लालू यादव ने ललकारा: उठो बिहारी करो तैयारी, जनता का शासन अबकी बारी

लालू यादव ने ललकारा: उठो बिहारी करो तैयारी, जनता का शासन अबकी बारी

पटना बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लालू प्रसाद यादव की ओर से उनके चिर-परिचित अंदाज में वोटरों को ललकारते हुए कहा गया, "उठो बिहारी करो तैयारी, जनता का शासन अबकी बारी।"

अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को ट्वीट कर शायराना अंदाज में कहा गया, "उठो बिहारी, करो तैयारी जनता का शासन अबकी बारी, बिहार में बदलाव होगा अफसर राज खत्म होगा अब जनता का राज होगा।"

वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। वहीं जनता ने भी इस बार फिर प्रदेश में राजग सरकार बनाने का मन बना लिया है।

शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भाजपा पहले ही बिहार विधानसभा चुनाव में राजग के मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार काे घोषित कर चुकी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राजग सरकार ने बिहार में बेहतर काम किया है इसलिए जनता फिर राजग की सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत देगी। राजग के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे काे लेकर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने राजद के पोस्टर में पार्टी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की तस्वीर नहीं होने को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पर निशाना साधा और कहा कि लालू यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और राजद का उनके साथ ऐसा दुर्व्यवहार दुखद है।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी चुनाव की घोषणा का स्वागत किया और कहा, "कोरोना के मद्देनजर चुनाव-आयोग ने जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं, हमारी कोशिश होगी कि हम अक्षरश: उन नियमों का पालन कर चुनाव में उतरें। हम और हमारी पार्टी विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ऑनलाइन स्पेस में चुनावी प्रचार-प्रसार के तमाम माध्यमों को हमने नया स्वरूप और विस्तार दिया है। कुछ ही दिनों पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के व्यवस्थित और दीर्घ भाषण ने निश्चय संवाद रैली को ऐतिहासिक बना दिया है। निश्चय-संवाद में बिहार की आम जनता की भारी संख्या में भागीदारी ही हमारा आत्मविश्वास है। ऐसा पहली बार हुआ कि तकनीकी माध्यमों के जरिए हमने शहर से लेकर सुदूर के लाखों लोगों से संवाद स्थापित किया।"

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