कार्यवाही से घबराए बाबा रामदेव की दर्ज शिकायतों पर एक्शन नहीं लेने की मांग

कार्यवाही से घबराए बाबा रामदेव की दर्ज शिकायतों पर एक्शन नहीं लेने की मांग

नई दिल्ली। वर्ष 2019 में विश्व के साथ देश भर में आई कॉविड-19 महामारी के दौरान एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ बाबा रामदेव द्वारा की गई टिप्पणियों को लेकर नागरिकों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों पर एक्शन नहीं लेने की मांग योग गुरु द्वारा उठाई गई है।

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में योग गुरु बाबा रामदेव की उस याचिका पर सुनवाई की गई है जिसमें पतंजलि के कर्ताधर्ता स्वामी रामदेव ने वर्ष 2019 में आई कोविद-19 महामारी के दौरान एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ बाबा रामदेव द्वारा की गई टिप्पणियों को लेकर नागरिकों द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर एक्शन नहीं लेने की मांग की गई है।

मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस एमएस सुंदरेश एवं जस्टिस पीबी वराले की बेंच ने रामदेव से उन लोगों को भी पार्टी बनाने का निर्देश दिया है, जिन्होंने व्यक्तिगत तौर पर रामदेव के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई है।

बेंच ने सुनवाई की अगली तिथि अब 20 में मुकर्रर की है। उल्लेखनीय है कि बाबा रामदेव के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पटना बिहार एवं रायपुर छत्तीसगढ़ इकाई ने वर्ष 2021 में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी।

याचिका में रामदेव ने केंद्र, बिहार, छत्तीसगढ़ एवं आईएमए को पार्टी बनाया है।

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