घुमक्कड़ों का फर्जीवाड़ा-कोविड-19 रिपोर्ट निकल रही फर्जी

घुमक्कड़ों का फर्जीवाड़ा-कोविड-19 रिपोर्ट निकल रही फर्जी

देहरादून। सैर सपाटा करने के लिए पहाड़ों की नगरी उत्तराखंड पहुंच रहे घुमक्कड़ों की कोविड-19 जांच रिपोर्ट फर्जी निकल रही है।जिससे कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर स्थानीय लोगों में गहरी चिंता के बादल गहरा गए हैं। सैर सपाटे के लिए फर्जी रिपोर्ट लेकर आ रहे लोगों के पकड़ में आ जाने के बाद अफसर भी आश्चर्यचकित हो रहे हैं।

दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत के अन्य इलाकों में पड़ रही गर्मी के चलते लोग सैर सपाटे के लिए पहाड़ों की नगरी उत्तराखंड में देहरादून, मसूरी, ऋषिकेश और हरिद्वार आदि स्थानों पर पहुंच रहे हैं। पिछले कई दिनों से उमड़ रही भारी भीड़ के चलते प्रशासन की ओर से पिछले 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट सैलानियों को साथ लेकर लाना अनिवार्य कर दिया गया है। यूपी उत्तराखंड बॉर्डर पर स्थित आशारोड़ी चेक पोस्ट पर जांच कर रहे अफसरों ने जब सैर सपाटे के लिए आ रहे पर्यटकों की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट चेक की तो वह फर्जी निकली। इस फर्जीवाडे को लेकर अफसर भी आश्चर्यचकित रह गए हैं। पिछले 5 दिनों के भीतर तकरीबन सौ जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपने कब्जे में ली गई हैं। खुलासा होने के बाद चेक पोस्ट पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है।

अब स्वास्थ्य विभाग फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारियों में जुट गया है। कोरोना के मामले कम होने के बाद देहरादून और मसूरी में बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़ रहे हैं। उत्तराखंड में आने वाले लोगों में दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के लोगों की संख्या ज्यादा है। दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों को राज्य की सीमा पर कोविड-19 रिपोर्ट देखकर प्रवेश दिया जा रहा है। रिपोर्ट नहीं होने पर उनकी मौके पर कोविड-19 जांच की जा रही है। नेगेटिव रिपोर्ट पाए जाने पर ही पर्यटकों को राज्य में प्रवेश दिया जा रहा है। जांच कराने में आनाकानी करने वालों को सीमा से ही वापस लौटा दिया जाता है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ राजीव दीक्षित का कहना है कि चेकिंग के दौरान पर्यटकों के पास फर्जी कोरोना जांच रिपोर्ट पकड़ी गई हैं। स्वास्थय विभाग की ओर से फर्जीवाडा करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।

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