पराली जलाने के मामले बेहद कम - दलाल

पराली जलाने के मामले बेहद कम - दलाल

चंडीगढ़, हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे पी दलाल ने दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी प्रवृत्ति हरियाणा पर दोषपूर्ण बयानबाजी करने की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने के लिए राज्य सरकार ने अथक प्रयास किए हैं और प्रदेश सरकार का लक्ष्य प्रदेश में जीरो बर्निंग का है। दलाल ने आज यहां प्रेस वार्ता में कहा कि केजरीवाल दिल्ली में होने वाली हर समस्या के लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहरा देते हैं। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को रहने लायक ही नहीं छोड़ा है। कार्यालय बंद करना, स्कूल-कॉलेज बंद करना, ऑड -इवन फॉर्मूला लागू करने से लोगों को आवागमन से रोकना, इस प्रकार के समाधान लागू करने वाला नेता दिल्ली को नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की प्रवृत्ति तो ऐसी है कि वह यहां तक कह सकते हैं कि लोगों को भ्रम हुआ है दिल्ली में प्रदूषण तो है ही नहीं। केजरीवाल पहले पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों के किसानों के बारे में बोलते थे कि वे पराली जलाते हैं, लेकिन अब वे केवल हरियाणा पर दोष लगाते हैं। आप सुप्रीमो कहते थे कि जब पंजाब में हमारी सरकार आएगी तो हम छह महीने में ऐसी रणनीति अपनाएंगे, जिससे पराली जलाने की घटनाएं नहीं होंगी लेकिन अब छह महीने के बाद वह एक साल का और समय मांग रहे हैं। इससे उनकी नीति और नीयत दोनों ही पता लगती है। दलाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं के बारे में जो बयान दिया है, उससे हरियाणा के किसान आक्रोशित हैं। आज पंजाब के मुख्यमंत्री ने कम से कम जिम्मेदारी ली है और यह माना है कि पराली जलाने की घटनाओं पर प्रबंधन नहीं हुआ है और यह कहा है कि अगले साल तक प्रबंधन कर लेंगे। कृषि मंत्री ने कहा कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं 20 प्रतिशत तक बढ़ी है, जिससे हरियाणा में भी प्रदूषण बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयानबाजी करने की बजाये अपने प्रदेश की समस्याओं का स्वयं समाधान करें। दलाल ने कहा कि हरियाणा पंजाब से अलग होकर बना था और इसके बारे में कहा जाता था कि हरियाणा टिक पाएगा या नहीं। लेकिन आज हरियाणा का सकल घरेलू उत्पाद और अर्थव्यवस्था पंजाब से कहीं बेहतर है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण होने के पराली के अलावा भी अन्य कारण हैं। इसलिए यदि दिल्ली सरकार सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करने, इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग बढ़ाने इत्यादि उपाय करेगी तो दिल्ली में प्रदूषण कम होगा।

उन्हाेंने बताया कि प्रदेश में डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। डीएपी की लगभग तीन लाख की खपत होती है, जिसमें से सवा दो लाख हम किसानों को वितरित कर चुके हैं। दक्षिण हरियाणा में सरसों की बिजाई हो चुकी है और अब गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी की आवश्यकता है, वह पूरी मात्रा में उपलब्ध करवाई जाएगी। कृषि मंत्री ने कहा कि कई मंडियों में धान खरीद में गड़बड़ियां पाई गई, जिस पर सरकार ने संज्ञान लिया है। मंडियों में धान का रिकॉर्ड चेक किया गया और गड़बड़ी पाए जाने पर सेक्रेटरी को सस्पेंड किया गया तथा एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है। इतना ही नहीं, सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड ने भी मंडियों में छापे मारे हैं और धान में होने वाली गड़बड़ियों को पकड़ा है। विभाग लगातार स्टॉक की चेकिंग कर रहा है और यदि आगे भी कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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