लोजपा-रामविलास के तीन उम्मीदवार पहली बार लड़ रहे हैं लोकसभा चुनाव

लोजपा-रामविलास के तीन उम्मीदवार पहली बार लड़ रहे हैं लोकसभा चुनाव

पटना। बिहार में होने वाले लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास (लोजपा-रामविलास) के तीन उम्मीदवार पहली बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

वर्ष 2019 के चुनाव में राजग में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने छह सीट हाजीपुर (सु), जमुई (सु), समस्तीपुर (सु), वैशाली, खगड़िया और नवादा से चुनाव लड़ा था। लोजपा को इस चुनाव में शत प्रतिशत कामयाबी मिली और सभी छह सीटों पर सांसद निर्वाचित हुये। इस बार के चुनाव में लोजपा-रामविलास को पांच सीट हाजीपुर (सु), जमुई (सु), समस्तीपुर (सु), वैशाली और खगड़िया मिली है, जबकि नवादा सीट राजग के घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिस्से में चली गयी है। जमुई (सु), खगड़िया और समस्तीपुर (सु) सीट पर (लोजपा-रामविलास) के टिकट पर तीन उम्मीदवार पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, हाजीपुर (सु) से पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान और वैशाली से सांसद वीणा देवी चुनाव लड़ रही हैं।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जमुई (सु) सीट पर राजग में शामिल (लोजपा) के टिकट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) उम्मीदवार और पूर्व सांसद भूदेव चौधरी को पराजित किया था। इस बार के चुनाव में राजग के घटक दल लोजपा-रामविलास से चिराग पासवान ने जमुई (सु) सीट से अपने जीजा अरुण भारती को उम्मीदवार बनाया है। अरूण भारती कांग्रेस की पूर्व मंत्री डॉ. ज्योति के पुत्र हैं। डॉक्टर ज्योति बिहार में कांग्रेस की कद्दावर नेता रही हैं। वह बिहार में विधायक, बिहार विधान परिषद् की सदस्य रहने के साथ ही बिहार सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। वहीं, इस बार के लोकसभा चुनाव में इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इडी गठबंधन) में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने जमुई (सु) सीट से अर्चना रविदास को उम्मीदवार बनाया है।अर्चना रविदास मुंगेर के राजद नेता मुकेश यादव की पत्नी हैं और उनका मायका जमुई क्षेत्र में है। अर्चना रविदास भी अरूण भारती की तरह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में खगड़िया संसदीय सीट से बिहार के पूर्व मंत्री चौधरी सलाउद्दीन के पुत्र और सांसद महबूब अली कैसर ने महागबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी को पराजित किया। महबूब अली कैसर इस बार लोकसभा चुनाव में बेटिकट हो गये हैं। लोजपा (रामविलास) के टिकट पर राजेश वर्मा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। राजेश वर्मा वर्ष 2017 में भागलपुर के डिप्टी मेयर थे। इसके बाद राजेश वर्मा ने वर्ष 2020 में लोजपा के टिकट से 2020 में भागलपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में वह तीसरे नंबर पर रहे। (इंडी गठबंधन) में सीटों में तालमेल के तहत खगड़िया सीट मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को मिली है। माकपा के टिकट पर पूर्व विधायक योगेन्द्र सिंह के पुत्र और विभूतिपुर के विधायक अजय कुमार के भाई संजय कुमार चुनाव लड़ेंगे। संजय कुमार खगड़िया से माकपा के जिला सचिव हैं।

समस्तीपुर (सु) से वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान के भाई लोजपा उम्मीदवार राम चंद्र पासवान ने कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मंत्री डा. अशोक कुमार को पराजित किया था। रामचंद्र पासवान के निधन के हुये उपचुनाव में राम चंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज ने जीत हासिल की थी। प्रिंस राम ने कांग्रेस प्रत्याशी ने डा. अशोक कुमार को पराजित किया था। इस बार के चुनाव में लोजपा-रामविलास ने प्रिंस राज की जगह शांभवी चौधरी को प्रत्याशी बनाया है।शांभवी चौधरी पूर्व मंत्री अशोक चौधरी की बेटी और महावीर मंदिर न्यास के सचिव और पूर्व आइपीएस अधिकारी किशोर कुणाल की बहू हैं। शांभवी चौधरी के दादा स्वर्गीय महावीर चौधरी भी बिहार सरकार में मंत्री और कई बार विधायक थे।शांभवी चौधरी ने स्नातक की पढ़ाई देश के जाने माने कॉलेज लेडी श्री राम कॉलेज और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से की है. शांभवी फिलहाल मगध यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी कर रही हैं।(इंडी गठबंधन) में सीटों में तालमेल के तहत समस्तीपुर (सु) सीट कांग्रेस को मिली है। इस सीट पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।

उल्लेखनीय है कि लोजपा में टूट डालने और चाचा पशुपति कुमार पारस का साथ देने वालों में से वैशाली की सांसद वीणा देवी को छोड़कर चिराग पासवान ने किसी भी सांसद को दोबारा मौका नहीं दिया है। पिछले चुनाव में हाजीपुर (सु) सीट से चुनाव जीते श्री पारस, समस्तीपुर (सु) के सांसद प्रिंस पासवान और खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर खाली हाथ रह गये । वहीं, नवादा सीट से पिछले चुनाव में लोजपा के चंदन सिंह जीते थे लेकिन इस बार राजग के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल में यह सीट (भाजपा) के खाते में चली गई है। भाजपा के टिकट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.पी.ठाकुर के पुत्र और राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर चुनाव लड़ रहे हैं।

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