मुजफ्फरनगर से बजा बसपा में बगावत का बिगुल, नेताओं की लूट खसोट पर बिफरे बसपाई

मुजफ्फरनगर से बजा बसपा में बगावत का बिगुल, नेताओं की लूट खसोट पर बिफरे बसपाई
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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में सपा से महागठबंधन के बाद भी भाजपा के मजबूत सियासी किले को भेदने में नाकाम रहने से अपनी राजनीतिक जमीन को तलाशने की उलझन में फंसी बहुजन समाज पार्टी में बगावत अब सड़कों पर फूटने लगी है।


मुजफ्फरनगर के इस प्रदर्शन से बसपा का पूरा थिंक टैंक हिला


पार्टी में टिकट बेचने के आरोप लगाते हुए पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों के साथ सैंकड़ों दलित कार्यकर्ता पार्टी बचाओ का नारे लेकर प्रदर्शन करने पर उतर आये। इन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी शमशुद्दीन राईन और सहारनपुर मण्डल में कोर्डिनेटर नरेश गौतम ने भारी आक्रोश जाहिर किया और उनके खिलाफ हाथों में लिये बैनर व पोस्टर को आग के हवाले करते हुए हंगामा किया। इस प्रदर्शन में महिला पुरुष सभी शामिल रहे। इन लोगों ने बसपा के जिलाध्यक्ष कमल गौतम के आचरण पर सवाल खड़े करते हुए उनको भीम आर्मी का समर्थक बताते हुए आरोप लगाया कि 7 लाख रुपये देकर वह पार्टी में फिर से जिलाध्यक्ष बने हैं। इस प्रदर्शन को लेकर बसपा जिलाध्यक्ष का कार्यालय पर घेराव किया गया और दो दिन का अल्टीमेटम हाईकमान को दिया गया है। मुजफ्फरनगर के इस प्रदर्शन से बसपा का पूरा थिंक टैंक हिल गया है।






बसपा के पूर्व जोन इंचार्ज ब्रजेश कुमार और जोन इंचार्ज विकास कुमार के नेतृत्व में पार्टी से जुड़े सैंकड़ों दलित कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आये। इन लोगों ने बसपा के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगायै। रविवार को ये आक्रोशित कार्यकर्ता राजकीय इंटर काॅलेज के मैदान पर एकत्र हुए। यहां पर जुटी यह भीड़ हाथों में बसपा के वरिष्ठ नेताओं के पोस्टर और बैनर लेकर उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में आगे बढ़ी। इस दौरान कुछ गुस्साये कार्यकर्ताओं ने बसपा के वेस्ट यूपी प्रभारी शमशुद्दीन राईन और सहारनपुर मण्डल अध्यक्ष नरेश गौतम पर पार्टी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पोस्टर और बैनर को आग के हवाले कर दिया। यहां से यह जुलूस महावीर चैक के समीप बसपा कार्यालय पर पहुंचा। यहां प्रदर्शन कर रहे बसपा नेताओं और उनके साथ आयी भीड़ ने बसपा जिलाध्यक्ष कमल गौतम के सामने नारेबाजी करते हुए घेराव किया और पार्टी में चल रहे लूट खसोट के खेल का विरोध किया। ये दलित कार्यकर्ता कमल गौतम के प्रति काफी आक्रोशित नजर आये। वहीं जिलाध्यक्ष के समर्थकों के साथ ही भी इनकी झड़प होने लगी। दोनों पक्षों में हाथापाई भी होने लगी। पूर्व जोन इंचार्ज ब्रजेश कुमार के नेतृत्व में आये यह कार्यकर्ता बेहद गुस्से में नजर आ रहे थे। यह प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता लगातार नरेश गौतम और शमशुद्दीन राईन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनको चोर-चोर बताते हुए तालियां बजाकर प्रदर्शन कर रहे थे। इन लोगों की मांग थी कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती कार्यकर्ताओं और पार्टी के समर्थक दलितों की भावना का सम्मान करते हुए पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमशुद्दीन राईन व सहारनपुर मण्डल प्रभारी नरेश कुमार गौतम को पार्टी से निष्कासित करते हुए इनके खिलाफ पार्टी में भ्रष्टाचार फैलाने के लिए कार्यवाही करें। इन लोगों का कहना है कि शमशुदीन और नरेश गौतम ने नगरपालिका चुनाव, विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में अकूत सम्पत्ति अर्जित की है। ब्रजेश कुमार ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने गाजियाबाद में दो फ्लैट खरीदे हैं, जो काफी महंगे हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों लोगों ने पार्टी में पदों को बेचने का भी धंधा चलाया हुआ है। यह नेता जिस किसी को भी पार्टी में पद देते थे, उससे धन एकत्र करते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की ओर से इन दोनों नेताओं की सम्पत्ति की जांच कराये जाने की मांग की है।






आरोप है कि नगरपालिका परिषद के टिकट वितरण में जो पैसा आया था, उसका कोई भी हिसाब किताब नहीं किदया तथा मेंटीनेंस के नाम पर जो पैसा आया उसका भी कोई हिसाब नहीं दिया गया है। जबकि मई 2019 तक मेंटीनेंस का पैसा पार्टी कार्यालय पर जिलाध्यक्ष के पास जमा था। उन्होंने कहा कि हाल फिलहाल ही में दोनों नेताओं ने कमल गौतम को पुनः पार्टी का जिलाध्यक्षयस बनाया है। उससे 7 लाख रुपये लेने की पूरी चर्चा जिले में है। उनका कहना है कि 7 लाख रुपये लेने के बाद ही कमल गौतम को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाये कि कमल गौतम भीम आर्मी का सक्रिय सदस्य है और भीम आर्मी का जिलाध्यक्ष भी कई बार उनके घर आ चुका है। जिलाध्यक्ष के ही भीम आर्मी में रहने के कारण बसपा का ग्राफ काफी डाउन हो रहा है। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल भी टूट रहा है। ब्रजेश कुमार ने कहा कि उपरोक्त सभी समस्याओं को फोन के माध्यम से मेवालाल को भी बताया गया, लेकिन कार्यकर्ताओं में रोष होने के बाद भी उन्होंने इस गंभीर प्रकरण में पार्टी स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इससे कार्यकर्ताओं में और भी अधिक गुस्सा पनप रहा है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने पार्टी के पद सपा के लोगों को भी पार्टी ज्वाइन किये बिना ही दे दिये हैं।

दो दिन में नहीं हटे दो नेता तो बसपा कार्यालय पर करेंगे कब्जा

बसपा के पूर्व जोन इंचार्ज ब्रजेश कुमार ने कहा कि हाईकमान को इस प्रदर्शन के साथ चेतावनी भी दी गयी है। पार्टी को बचाने के लिए जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता अब आरपार के संघर्ष के लिए तैयार है। ब्रजेश कुमार ने कहा कि दो दिन का समय दिया गया है। इसमें वेस्ट यूपी के प्रभारी शमशुद्दीन राईन, सहारनपुर मण्डल के जोन कोर्डिनेटर नरेश गौतम को यदि हाईकमान ने पद से हटाकर उनके विरुद्ध जांच नहीं करायी तो कार्यकर्ता इसके बाद बसपा के कार्यालय पर कब्जा कर लेंगे। वहीं से धरना चलाया जायेगा और खाना पीना सोना सभी कुछ कार्यालय पर ही होगा।


मलूक नागर से पैसे मांगने का वीडियो हुआ था वायरल


ब्रजेश ने कहा कि शमशुद्दीन राईन का एक वीडियो लोकसभा चुनाव के दौरान यू ट्यूब पर वायरल हुआ, जिसमें उनके द्वारा मलूक नागर, सुरेन्द्र नागर और एक अन्य मुस्लिम व्यक्ति जोकि बुलन्दशहर के हैं, उनसे अपने खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर कराये हैं। पूर्व में विधानसभा अध्यक्ष पर पार्टी टिकटों में जो पैसा इन लोगों को दिया गया है, उसका हिसाब भी मौजूद हैं। ब्रजेश कुमार ने कहा कि जब तक इन नेताओं के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती, तब तक वह इस तरह का आंदोलन करते हुए हाईकमान का ध्यान आकृष्ट कराया जायेगा।

इस प्रदर्शन में ब्रजेश कुमार पूर्व जोन इंचार्ज, विकास कुमार पूर्व जोन इंचार्ज, नरेश कुमार प्रधान विस अध्यक्ष खतौली बसपा, जौनी आर्य, शोभारामरथेडी,नरेश प्रधान, विनोद प्रधान, सुदेश अलावलपुर, रविन्द्र कुमार, मदनपवाल, रजनीश कुमार, सतपाल सिंह विस अध्यक्ष चरथावल, रमेश काकडा, कुलदीप कुमार, मनोज कुमार आदि सहित सैंकड़ों दलित कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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