कमिश्नरेट में कानून व्यवस्था का जिम्मा संभाले 5 IPS अफसर हैं इंजीनियर

कमिश्नरेट में कानून व्यवस्था का जिम्मा संभाले 5 IPS अफसर हैं इंजीनियर

गौतमबुद्ध नगर। नोएडा पुलिस कमिश्नरेट ( Noida Police Commissionerate ) बनने के बाद यहां 10 आईपीएस अफसर पुलिस कमिश्नर से लेकर एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर तक की पोस्ट पर कानून व्यवस्था संभाल रहे हैं। इन 10 आईपीएस अफसर में से पांच आईपीएस अफसर इंजीनियरिंग की डिग्री लिए हुए हैं।

गौरतलब है कि नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए 10 आईपीएस अफसर की पोस्टिंग की हुई है, इनमें से जहां पुलिस कमिश्नर (COMMISSIONER OF POLICE) के रूप में लक्ष्मी सिंह है तो वही एसीपी ( ACP ) के रूप में डीआईजी सुरेश राव ए कुलकर्णी तथा बबलू कुमार भी कम कर रहे हैं। वही ( DCP ) डीसीपी के रुप में हरीश चन्दर, सुनीति , रामबदन सिंह, साद मियां खान, अनिल कुमार यादव, प्रीति यादव तथा शक्ति मोहन अवस्थी नोएडा पुलिस कमिश्नरेट की कानून व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए हैं। इन 10 आईपीएस अफसर में से पांच आईपीएस अफसर इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर आईपीएस बन कर कानून व्यवस्था की ज़िम्मेदारी संभाले हैं।


नोएडा की पुलिस कमिश्नर (COMMISSIONER OF POLICE) लक्ष्मी सिंह साल 2000 बैच की आईपीएस अफसर है। मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली लक्ष्मी सिंह बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लिए हुए हैं। 28 नवंबर 2022 को नोएडा की पुलिस कमिश्नर का पदभार ग्रहण करने वाली लक्ष्मी सिंह पहली आईपीएस अफसर है जिन्हें यूपी में पुलिस कमिश्नरेट के कमिश्नर के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है। आईपीएस अफसर लक्ष्मी सिंह वाराणसी, गोंडा, चित्रकूट, फर्रुखाबाद, बागपत, बुलंदशहर जैसे जिलों की पुलिस कप्तान रही है तो लखनऊ और मेरठ में आईजी के तौर पर काम कर चुकी है। तेजतर्रार महिला आईपीएस अफसर के रूप में जाने जाने वाली लक्ष्मी सिंह के पति राजेश्वर सिंह भी ईडी में अफसर रह चुके है। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर लखनऊ जिले की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बन गए थे।


इसके साथ ही दूसरे इंजीनियर आईपीएस अफसर है, साल 2009 बीच के आईपीएस बबलू कुमार। मूल रूप से मधुबनी बिहार के रहने वाले बबलू कुमार ने बीटेक इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के साथ-साथ एम टेक भी इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के रूप में किया हुआ है। 18 जून 2023 को उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें डीआईजी के पद पर प्रमोशन होने के बाद एसीपी ( ACP ) नोएडा पुलिस कमिश्नरेट के पद पर भेजा है। बबलू कुमार मथुरा, शाहजहांपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा जैसे बड़े जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में काम कर चुके हैं। बबलू कुमार ने बतौर पुलिस कप्तान प्रत्येक जिले में पुलिस लाइन को संवारने का काम करने के साथ-साथ मुरादाबाद में ऑनलाइन पुलिसिंग पर भी बेहतर काम किया था।


इसके साथ ही इंजीनियर से आईपीएस बनने वाली अफसर हैं साल 2013 बैच की सुनीति। सुनीति मूल रूप से चंडीगढ़ (पंजाब) की रहने वाली है। इन्होंने भी बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग से शिक्षा ग्रहण करने के बाद सिविल सर्विसेस को चुना था और यह साल 2013 में उत्तर प्रदेश कैडर की आईपीएस बन गई थी। पुलिस कमिश्नरेट बनने से पहले सुनीति गौतम बुद्ध नगर जिले में ही एसपी देहात के रूप में भी कम कर चुकी है। 18 जून 2023 को नोएडा में ड़ीसीपी ( DCP ) के रूप में कार्य भार सँभालने वाली सुनीति औरैया और अमरोहा जैसे जनपद की पुलिस कप्तान भी रह चुकी है।


इसके साथ ही इंजीनियर से आईपीएस बनने वाले अफसर साद मियां खान है, जिन्होंने बीटेक सिविल इंजीनियरिंग से किया हुआ है। साल 2018 बैच के आईपीएस अफसर साद मियां खान मूल रूप से बिजनौर जिले के रहने वाले हैं। साद मियाँ खान के पिता भी सरकारी अफसर थे। इनके पिता रईस अहमद जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में मुजफ्फरनगर से रिटायर हुए थे। साद मियां का पहला आईएएस अफसर के रूप में चयन हो गया था लेकिन उनकी पुलिस में जाने की इच्छा थी इसलिए उन्होंने फिर से एग्जाम दिया और वह साल 2018 बैच के आईपीएस अफसर बन गए थे। ट्रेनी अफसर के रूप में साद मियां खान झांसी में तैनात रहे। उसके बाद उन्हें सीओ बरेली तथा बाद में एएसपी बरेली की भी जिम्मेदारी दी गई थी। 28 अगस्त 2022 को साद मिया खान को नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी ( DCP ) के पद पर तैनात किया गया था ।


इसके साथ ही पांचवें इंजीनियर अफसर है शक्ति मोहन अवस्थी। साल 2019 बैच के आईपीएस अफसर शक्ति मोहन अवस्थी मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं तथा उन्होंने बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के रूप में शिक्षा ग्रहण की थी। उसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की और उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अफसर बन गए थे। 22 फरवरी 2023 से नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी ( DCP ) का पदभार संभाल रहे शक्ति मोहन अवस्थी की पत्नी पूजा भी आईएएस अफसर है। आजमगढ़ में पोस्टिंग के दौरान शक्ति मोहन अवस्थी ने एक शानदार लाइब्रेरी बनाई थी जिसमें 24 घंटे इंटरनेट सेवा के साथ-सा पुलिस कर्मियों के बच्चों को सिविल सर्विसेज की तैयारी करने के लिए राजेंद्र नगर जैसी लाइब्रेरी बनाने की पहल की गई थी । शक्ति मोहन अवस्थी के इस प्रयास की तमाम लोगों ने प्रशंसा भी की थी।

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