कानपुर एनकाउंटर : पुलिस विभाग की सूचना लीक करने वाला थाना प्रभारी सस्पेंड

कानपुर एनकाउंटर : पुलिस विभाग की सूचना लीक करने वाला थाना प्रभारी सस्पेंड

कानपुर उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर मुठभेड़ मामले में पुलिस ने घेराबंदी शुरू कर दी है। इसी बीच फरार विकास दुबे को दबोचने के लिए भारत के बाहर भी पुलिस की टीम रवाना की गई हैं। उसके नेपाल भागने की आशंका को लेकर ये कवायद की जा रही है। वहीं पूरे मामले में चौबेपुर थाने के प्रभारी विनय कुमार तिवारी की भूमिका पर संदेह के घेरे में है, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। कॉल डिटेल से पता लगाया जा रहा है कि विकास दुबे के संपर्क में कौन लोग थे। एसओ विनय कुमार तिवारी पर सूचनाएं लीक करने का आरोप है। ऐसे में उनके खिलाफ गहन तफ्तीश के भी निर्देश दिए गए हैं।

एसओ विनय कुमार तिवारी के खिलाफ लगाए गए आरोपों के मद्देनजर, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है और सभी आरोपों पर गौर किया जा रहा है। यदि इस घटनाक्रम में उनकी या पुलिस के अन्य किसी पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाई जाती है, तो उन्हें पुलिस महकमे से बर्खास्त कर दिया जाएगा।

हिस्ट्रीशीटर व राजनीतिक छत्रछाया में पलने वाले कुख्यात विकास दुबे को गिरफ्तार करने जितनी बेफिक्री से पुलिस टीम गई उधर अपराधी गैंग उतनी ही तैयारियों से बैठा था। अपराधी गैंग को पुलिस के दबिश के लिए आने और वह कितनी ताकत से आ रही है, हर कदम की पल पल की भनक थी। और यह सटीक जानकारी भी उसे कहीं और से नहीं पुलिस महकमे से ही दी गई थी। पुलिस की दबिश मूवमेंट की उसे पल पल की खबर थी। इसी कारण से उसने न केवल पूरे गैंग को तैयारी से इकट्ठा कर लिया बल्कि घटनास्थल पर जेसीबी लगाकर पहले से ही पुलिसकर्मियों का रास्ता भी रोक दिया था।

पुलिस को यह तो घटना के तुरंत बाद ही क्लियर हो गया था कि इतनी बड़ी घटना में हो न हो पुलिस विभाग के ही भेदी का हाथ है, लेकिन काॅल डिटेल के सामने आने का इंतजार था। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि चौबेपुर थाने के थाना प्रभारी विनय तिवारी गैंगस्टर विकास दुबे से संपर्क में थे। यही नहीं घटनाक्रम से पहले भी वह विकास दुबे के संपर्क में रहा। उसने पुलिसकर्मियों के दबिश के लिए जाने की जानकारी भी विकास दुबे को पहुंचा दी थी।

एसओ विनय तिवारी की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उनसे स्पेशल टास्क फोर्स पूछताछ कर रही है, पुलिस विभाग की गोपनीयता को भंग करने के आरोप में आईजी मोहित अग्रवाल ने चौबेपुर एसओ विनय तिवारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।

थाना प्रभारी विनय तिवारी पर पुलिस विभाग का शक तभी गहरा हो गया था, जब मालूम हुआ कि जिस वक्त पुलिस टीम कुख्यात विकास दुबे के घर दबिश देने गई थी तो वह टीम में सबसे पीछे चल रहे थे। यही नहीं जैसे ही बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग किया वह पुलिस साथियों को बचाने या मोर्चा संभालने के बजाय घटनास्थल से भाग गए। काॅल डिटेल के आधार पर पुलिस जांच में विनय तिवारी के अलावा एक सिपाही और एक होमगार्ड को भी रडार पर लिया है। इन पर भी विकास दुबे के लिये मुखबिरी करने का संदेह है।

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