इटावा पुलिस ने फर्जी आईआरएस अफसर को साथियों सहित किया गिरफ्तार

इटावा पुलिस ने फर्जी आईआरएस अफसर को साथियों सहित किया गिरफ्तार

इटावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा आकाश तोमर के निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्व अपर पुलिस अधीक्षक नगर इटावा व क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में एसओजी इटावा एवं थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम द्वारा लोगों को नौकरी आदि का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के 01 फर्जी आई0आर0एस अधिकारी सहित कुल 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।



गौरतलब है कि कल दिनांक 12 जून को थाना सिविल लाइन पुलिस टीम द्वारा लाॅकडाउन के नियमों के अनुपालन हेतु डीएम चौराहे पर संदिग्ध वाहनो की चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि एक नीली बत्ती लगी इनोेवा कार लौहन्ना चौराहे की ओर से इटावा शहर की ओर आ रही है, जिसमें लगभग 05 लोग सवार है। मुखबिर द्वारा बताया गया कि यह लोग विगत कुछ समय से आम जनता को नौकरी आदि का झांसा देकर पैसे ठगने का काम करते है। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना के आधार पर एसओजी इटावा व थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम द्वारा पुलिस लाइन तिराहे पर संघन चेकिंग की जाने लगी। चेकिंग के दौरान लौहन्ना चौराहे की ओर से एक नीली बत्ती लगी कार आती हुई दिखाई दी जिसे पुलिस टीम द्वारा टाॅर्च की रोशनी दिखाकर रोकने का प्रयास किया गया, जिस पर कार सवार द्वारा गाडी रोककर उतकर भागने का प्रयास किया गया, जिन्हे पुलिस टीम द्वारा घेराबन्दी करके पकड लिया गया।

पुलिस टीम द्वारा गाडी से उतकर भागते हुए कुल 05 लोगों को पकडा गया तथा गाडी व पकडे गये लोगों से उपायुक्त विजिजेंस अधिकारी का फर्जी आई0डी0 कार्ड, भारी मात्रा में फैक्ट्री मेड रायफल, विभिन्न न्यूज चैनल की माइक आईडी, फर्जी मोहरे आदि सामान बरामद हुए।


पुलिस पूछताछ में उपरोक्त अभियुक्त मनीष कुमार द्वारा बताया गया कि में विगत 2-3 वर्ष से लगातार आई0आर0एस0 एवं आई0पी0एस अधिकारी बनकर दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, इटावा व प्रदेश के विभिन्न जनपदों में विजिलेंस अधिकारी बनाकर लोगों से ठगी का काम करते थे। अभियुक्त द्वारा बताया गया कि स्वयं ही किसी भी व्यक्ति के खिलाफ आई0जी0आर0एस0 शिकायत डालकर स्वयं ही सरकार की ओर से जांच टीम बनकर व्यक्ति को ब्लैकमेल करके रूपये ठगने का काम करते थे। अभियुक्त द्वारा यह भी बताया गया कि वह अपने साथ अपने मित्रों को भी साथ रखते थे जिससे किसी भी व्यक्ति को ब्लैकमेल करके ठगी की जा सके तथा अपना काम कराने के लिये किसी भी अधिकारी पर दबाव बनाया जा सके।

एसएसपी इटावा आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस पूछताछ में यह तथ्य भी सामने आये कि अभियुक्त मनीष बर्खास्त बैंक PO कर्मचारी है जिसे बैंक द्वारा बैंक लोन धोखाधडी में बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बाद से ही अभियुक्त मनीष फर्जी आई0आर0एस0 अधिकारी बनकर ठगी करता था। अभियुक्त द्वारा स्वयं को आई0आर0एस0 अधिकारी के तौर पर दिखाने के लिये फर्जी आई0डी0 कार्ड व फर्जी बेवसाइट भी बनायी गयी थी।

पुलिस ने मनीष कुमार पुत्र रामप्रकाश निवासी जिगसौरा थाना जसवन्तनगर जनपद इटावा, फर्जी विजिलेंस अधिकारी के साथ साथ योगेश कुमार पुत्र सतीश कुमार निवासी कस्बा धनौरा थाना मण्डी धनौरा जनपद अमरोहा, बलवन्त कुमार खरवार पुत्र मदन खरवार निवासी तरैथा थाना भभुआ रामगढ बिहार, रामकुमार पुत्र छोटेलाल निवासी बीलमपुर थाना इकदिल इटावा। (पत्रकार), सौरभ चौहान पुत्र देवेन्द्र निवासी विकास कालोनी पक्का बाग थाना इकदिल इटावा (पत्रकार) को 01 फर्जी परिचय पत्र Deputy Commissioner Delhi, 01 फर्जी लेटर पेड , 01 फैक्ट्री मेड रायफल व 06 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 01 फैक्ट्री मेड पिस्टल, 13 जिन्दा कारतूस व 01 मैगजीन 32 बोर (फर्जी आल इण्डिया परमिशन), 02 अवैध देशी तमंचा व 04 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 02 चैक सिण्डीकेट बैक (चैक कीमत 9,50,00,000रू0 व 96,90,715रू0), 02 शस्त्र लाइसेंस, 01 नीली बत्ती लगी इनोवा कार यूपी 16 बीसी 4546, 01 यूपीएससी की फर्जी मेरिट लिस्ट व ई-प्रवेश पत्र, 03 फर्जी लेटर पेड, 07 फर्जी विजिटिंग कार्ड Deputy Commissioner Delhi, 08 मोबाइल फोन विभिन्न कम्पनी, 05 विभिन्न टीवी न्यूज चैनल की माइक आईडी एंव 09 मोहरे भिन्न-2 विभागों की बरामद की है।

इस गैंग को गिरफ्तार करने वाली टीम में सतेन्द्र यादव प्रभारी एसओजी, बी0के0 सिंह प्रभारी सर्विलास, भूपेन्द्र सिंह राठी, थाना प्रभारी सिविल लाइन, सुुबोध सहाय, सब इंस्पेक्टर सन्त कुमार मय टीम के शामिल थे।

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