एसएसपी अभिषेक ने खालापार में बदली पुलिस की छवि

एसएसपी अभिषेक ने खालापार में बदली पुलिस की छवि


मुज़फ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव ने लॉक डाउन का 24 मार्च से जिस सख्ती से 3 मई तक पालन कराया उसी का नतीजा है कि जनपद में कोरोना का कहर कम ही रह पाया। लॉक डाउन 3 में कुछ सहूलियतें मिलने के बाद किसी आवश्यक कारणों से घरों से निकल रहे लोगो के साथ अब पुलिस का रवैया नरम है। पहले सख्त अंदाज में पुलिसिंग करने वाले एसएसपी अभिषेक यादव अब मार्मिक अपील के सहारे जनता को समझा रहे है कि कोरोना से बचना है तो सुरक्षित रहना होगा। आज खालापार में जिस तरह से उन्होंने पब्लिक को एड्रेस करते हुए अपने बच्चों को सुरक्षित रखने की अपील की उसका असर यह हुआ कि अब तक पुलिस को विलेन समझने वाली खालापार की पब्लिक उनके संबोधन के बाद कह रही है कि यह वो ही एसएसपी है जो बहुत सख्त समझे जाते है उनका यह रूप देखकर बहुत अच्छा लगा है, यह तो हमारे बच्चों के लिए भी फिक्रमंद है।


घड़ी की सुईं दोपहर के 12 बजने की तरफ चल निकली थी, ऐसे शहर के सबसे संवेदनशील समझे जाने वाले इलाके खालापार में पुलिस की कई गाड़ियां घूमती दिखाई दे रही थी। इन गाड़ियों का काफिला खालापार पुलिस चौकी के सामने रुका तो गाड़ी से एसएसपी अभिषेक यादव, सीओ सिटी हरीश भदौरिया, शहर कोतवाल अनिल कपरवान पुलिस बल के साथ उतरे और खालापार की गलियों की तरफ चल पड़े। एसएसपी अभिषेक यादव अपने हाथ मे माइक लेकर इलाके की जनता को संबोधित करते हुए कहते है " हम आज आपको पकड़ने नही आये है। आपको कोई इमरजेंसी है तो आप घर से बाहर आईये मगर आपके चेहरे पर मास्क होना चाहिए।

एसएसपी अभिषेक यादव ने जब पब्लिक से कहा " मैं देख रहा हूँ आपके छोटे छोटे बच्चे बिना मास्क के घूम रहे है, कोरोना संक्रमण ऐसे बच्चों को निशाना बना सकता है इसलिए आप अपने बच्चों को घर के अंदर रखिये। वो बोले इनकी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी आपकी है, यह आपके बच्चे है, हम तो कह कर चले जायेंगे ,बाद में आपकी जिम्मेदारी बनती है।

एसएसपी अभिषेक यादव ने खालापार के मशहूर डॉक्टर शाहिद से भी अपने मौहल्ले के लोगो को समझाने की अपील की। एसएसपी अभिषेक यादव ने कहा कि हमसे लोग डरते है , आप इन्हें समझाइये कि अपने बच्चों को घर के अंदर रखे और सभी लोग मास्क लगाएं।

पुलिस के खिलाफ हाथ मे पत्थर रखने का इल्जाम झेलने वाली खालापार की पब्लिक हैरान थी कि अभी तक जो पुलिस लॉक डाउन में हमारे साथ इतनी सख्त थी कि हम बाहर भी नही जा सकते थे आज उसी पुलिस का कप्तान हमारे बच्चों की सुरक्षा के लिए हमे इतने प्यार से हिदायत कर रहा है।

एसएसपी की इस मार्मिक अपील पर डॉ शाहिद कहते है" अभी तक यहां पुलिस के लाठी मारने की बात तो सामने आती रही, यह पहली बार देख रहा हूँ कि कोई एसएसपी खुद इस मौहल्ले के लोगो को अपने एंव अपने परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कह रहा हो। डॉ शाहिद कहते है यह एसएसपी सचमुच शानदार अफसर है। ऐसे अफसर को में सेल्यूट करता हूँ।

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