गणतंत्र दिवस पर एडीजी प्रशांत कुमार की सलामी, मुठभेड़ में डूबा अपराध की दुनिया का चांद

गणतंत्र दिवस पर एडीजी प्रशांत कुमार की सलामी, मुठभेड़ में डूबा अपराध की दुनिया का चांद
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मेरठ रविवार को देश में 71वें गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व की धूम रही। आम जनमानस देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत रहा, तो वहीं खाकी भी तिरंगा के नीचे शान से संविधान के 70 बीते सालों का शौर्य प्रदर्शन करने के लिए उतरी थी। गांव देहात से नगर और महानगर, हर जगह राष्ट्रीय ध्वज को सलामी पेश की गयी, लेकिन मेरठ पुलिस ने जिस अंदाज में यह 71वां गणतंत्र दिवस मनाया, वह अनोखा था, तो एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार की तिरंगे को सलामी भी अनूठी थी। इस दिन मेरठ पुलिस के जौहर ने मुठभेड़ का सामना करते हुए अपराध की दुनिया के चांद को डुबोने का कारनामा कर दिखाया। पुलिस ने आमना सामना होने पर डेढ़ लाख का इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर कर दिया और गणतंत्र दिवस पर सबसे बड़ी सलामी पेश की। ईनामी बदमाश को पुलिस की गोली लगी और अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस सिपाही भी इस मुठभेड़ में घायल हुआ है, लेकिन पुलिस ने जो जीवटता और साहस दिखाया वह काबिल-ए-तारीफ रहा।






रविवार को देश और प्रदेश के साथ ही मेरठ में भी 71वां गणतंत्र दिवस समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया गया। एक तरफ जहां पुलिस कर्मचारी पुलिस लाइन परेड ग्राउंड पर शौर्य और शक्ति का प्रदर्शन करते हुए जय हिंद जय हिंद के गुंजायमान उद्घोष के बीच कदमताल करते हुए शारीरिक संतुलन को प्रदर्शित करते हुए आगे बढ़े जा रहे थे, वहीं इस जोशीले समारोह से चंद क्षण पहले तक तन पर खाकी लबादा ओढ़ने वाली पुलिस के जवान मेरठ जनपद के एक दूसरे हिस्से में बदमाश के जूझ रही थी। उसको अपने शौर्य से पुलिस कर्मचारी पीछे और पीछे हटाने में डटे थे। गोलियों की बौछारें हो रही थी। निशाना कोई भी बन सकता था कि इसी बीच बदमाश के हथियार से निकली एक गोली ने सिपाही के शरीर में दस्तक दी और खाकी खून से तर बतर होने लगी। साथी को घायल हुआ देखकर पुलिसकर्मियों का जोश दोगुने आवेश के साथ बदमाश के साथ लोहा लेने में जुट गया था। कुछ देर की धायं-धायं और हो-हल्ला होने के बाद वहां पर शांति छाने लगी। पुलिस कर्मचारियों ने भी अपने हथियारों को विराम दे दिया और बदमाश की तरफ से भी हरकत होनी बन्द हो चुकी थी। जब पुलिस अफसर आगे बढ़े तो एक बदमाश पुलिस की गोलियों से घायल होकर कराह रहा था। उसको अस्पताल पहुंचाया गया, चिकित्सकों ने उपचार शुरू ही किया था कि इस बदमाश की उखड़ती सांसों ने भी दम तोड़ दिया। बदमाश की मौत के बाद पुलिस अफसरों ने उसकी पहचान कराने को भागदौड़ की तो मरने वाला युवक अपराध की दुनिया का चांद निकला। जी हां! गणतंत्र दिवस के देशभक्ति के जोश से परिपूर्ण राष्ट्रीय पर्व पर मेरठ पुलिस एडीजी प्रशांत कुमार के मार्ग निर्देशन में एक ओर बदमाश को यमलोक पहुंचा चुकी थी। मारा गया बदमाश चांद मौहम्मद था, जो अपराध की दुनिया में खौफ के नाम से पहचान बना चुका था। कुख्यात चांद पर डेढ़ लाख रुपये का ईनाम घोषित था। ना जाने कितने लोगों का सुख चैन काली रातों में यह कुख्यात चांद लूट चुका था।






दरअसल मारा गया बदमाश चांद मौहम्मद कुख्यात लुटेरा था। शनिवार को ही चांद ने अपने साथी बदमाशों के साथ मिलकर कुराली गांव निवासी मोनू से हथियारों के बल पर बाइक, मोबाइल और कुछ पैसे लूट लिए थे। मोनू ने घटना के बाद टीपीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही पुलिस इन बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इसी बीच देर रात जानकारी मिली कि कुछ बदमाश वंडर सिटी कॉलोनी के पास हैं। सीओ ब्रहमपुरी चक्रपाणि त्रिपाठी, एसओ टीपीनगर दिनेश चंद्र और क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी कर ली और बदमाशों ने घिरता देखकर पुलिस को निशाना बनाना शुरू कर दिया। इसी दौरान बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। पुलिस की गोली एक बदमाश को लगी, दूसरा बदमाश फायरिंग करते फरार हो गया। मुठभेड़ की जानकारी मिलने पर एसएसपी अजय साहनी और एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह कई थानों की फोर्स लेकर वहां पहुंचे और जंगल में फरार बदमाश की तलाश में काम्बिंग की। एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने बताया कि बदमाश के पास से एक कारबाइन, एक बंदूक, 50 कारतूस और एक बाइक मिली है। इस मुठभेड़ में सर्विलांस का हेड कांस्टेबल मनोज दीक्षित गोली लगने से घायल हुआ तो वहीं थानाध्यक्ष टीपी नगर दिनेश चंद को चोट लग गई। ये दोनों अस्पताल में भर्ती हैं।






बड़ा हिस्ट्रीशीटर था चांद, रिटायर्ड जज की पत्नी से की थी लूट

मेरठ में टीपीनगर थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया डेढ़ लाख रुपये का ईनामी बदमाश बड़ा शातिर लुटेरा और कुख्यात बदमाश था। इस मुठभेड़ के सम्बंध में एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार कते हैं कि मारा गया बदमाश 26 वर्षीय चांद मौहम्मद पुत्र मौहम्मद सत्तार निवासी परीक्षितगढ़, मेरठ सहारनपुर और मेरठ का बड़ा हिस्ट्रीशीटर बदमाश था। उसने शनिवार को कुराली गांव के युवक से बाइक व अन्य सामान तो लूटा ही था, इससे पहले रिटायर्ड जज की प्रोफेसर पत्नी के साथ भी हुई लूट की वारदात को चांद ने ही अंजाम दिया था। बदमाश चांद कुख्यात शारिक गैंग का सक्रिय सदस्य था। मेरठ समेत कई जिलों में चांद के खिलाफ 36 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। वह बताते हैं, ''पिछले दिनों ही चांद के खिलाफ उनके स्तर से एक लाख का ईनाम घोषित किया गया, जबकि डीआईजी सहारनपुर ने 50 हजार का ईनाम घोषित कर रखा था। एक कार्बाइन, एक कंट्री मेड बंदूक, हैवी कारतूस और लूटी गई बाइक बरामद की गयी है। उन्होंने पुलिस टीम की सराहना करते हुए इसे बड़ी सफलता बताया।

एडीजी प्रशांत का प्रहारः मेरठ जोन में बदमाशों की नो एंट्री, अब तक 62

यूपी में मार्च 2017 में सत्ता परिवर्तन के साथ ही बदमाशों को बदहवास करने में मेरठ जोन आगे रहा। इसी जोन से एनकाउंटर का दौर शुरू हुआ और एडीजी प्रशांत कुमार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में एग्रीसिव पुलिसिंग का एक रिकाॅर्ड इस जोन ने बनाया है। 31 मार्च 2017 को सहारनपुर जनपद के देवबन्द में बदमाश गुरमीत का एनकाउंटर हुआ तो यह सिलसिला थमा नहीं। 71वें गणतंत्र दिवस की सुबह डेढ़ लाख के ईनामी कुख्यात लुटेरे चांद मौहम्मद को ढेर करने तक यह जारी है। मेरठ जोन अब तक 62 कुख्यात बदमाशों की कब्रगाह बन चुका है। इनमें कई लखटिकया कुख्यात ऐसे भी बदमाश शामिल हैं, जो समाज में खौफ का पर्याय थे तो पुलिस के लिए सिरदर्द बन रहे थे। पुलिस के जौहर का ही असर है कि कभी मेरठ जोन सहित पूरे वेस्ट यूपी में खौफ के सहारे अपराध का डंका बजाने वाले बदमाश अब यहां प्रवेश करने से भी कतरा रहे हैं। मेरठ जोन का आउटर ही इनकी मुख्य शरणस्थली बना हुआ है। मेरठ जोन में अपराधियों के खात्मे की बात करें तो 2017 से 26 जनवरी 2020 तक कई बड़े नाम पुलिस की फेहरिस्त में हैं। इनमें भाटी गैंग का कुख्यात ढाई लाख का ईनामी बदमाश बलराज भाटी सबसे बड़ा एनकाउंटर रहा। इसके बाद दूसरा सबसे बड़ा बदमाश डेढ लाख का ईनामी चांद भी मारा गया। जबकि एक लाख के ईनामी रोहित सांडू, शमीम और कई अन्य एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार की उपलब्धि में शामिल हैं। 16 जुलाई 2019 को तो मेरठ जोन की पुलिस ने जौहर का वह नमूना पेश किया कि बदमाशों की दुनिया ही हिल गई। तीन जनपदों में पांच बदमाशों को एक ही दिन में ढेर किया गया। इनमें मुजफ्फरनगर में रोहित सांडू व उसका साथी राकेश यादव, अमित शेरू और रविन्द्र कालिया मेरठ तथा साहिबाबाद में मेहरबान पुलिस मुठभेड़ में मार गिराये गये। इसके बाद संदीप खेकडा और अब ईनामी चांद मौहम्मद इस फेहरिस्त को आगे बढ़ा गये हैं। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार कहते हैं, ''रेंज के सभी एसएसपी और एसपी को खुले निर्देश दिये गये हैं कि वह बदमाशों के खिलाफ डटकर अभियान चलायें, वांटेड चल रहे बदमाशों को गिरफ्तार करके उनके गैंग को पूरी तरह से खत्म किया जाये। अब ऐसे में पुलिस की कार्रवाई के दौरान यदि कोई बदमाश गोली चलाता है तो उसको जवाब भी उसी अंदाज में देने का काम पुलिस कर रही है। पुलिस का मकसद केवल कानून व्यवस्था को मजबूत करते हुए समाज में शांति स्थापित करना ही है। भयमुक्त समाज देने के लिए पुलिस बेहतर परिणाम दे पा रही है। समाज को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।''

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