मुख्य आरक्षी रण सिंह का जन्मदिन- एसएसपी अभिषेक यादव की मुहिम को सराहा

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मुजफ्फरनगर अयोध्या केस के फैसले के लिए एक तनाव भरे वातावरण को थामकर शांति बहाल कराने में सफल रहने वाली पुलिस का मनोबल और बढ़ा है। अपने पुलिस कप्तान अभिषेक यादव के नेतृत्व में पुलिस ने कमाल की व्यवस्था देने का काम किया। यह एक दिन का प्रबंध नहीं है। पुलिस जिस जोश के साथ अयोध्या केस के फैसले से पहले और इसके बाद तक भी सड़कों पर आम जनता की सुरक्षा के लिए मुस्तैद है, उसको लम्बी ड्यूटी में भी अपनों के साथ जैसा अनुभव हो रहा है, वह आईपीएस अभिषेक यादव की सकारात्मक कार्यशैली का ही परिणाम है। इसमें उनके 'हैप्पी बर्थ डे' अभियान का भी काफी योगदान रहा है। अयोध्या केस के लिए उबाऊ और थकाऊ ड्यूटी के दौरान भी जनपद में पुलिसकर्मियों का बर्थ डे मनाया गया और मनाया जा रहा है। ऐसे में पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ा और उनके चेहरे प्रसन्नचित्त हैं।

मुजफ्फरनगर में कई पुलिसकर्मियों के बर्थ डे एसएसपी अभिषेक यादव के अभियान के अन्तर्गत मनाये गये।

रविवार को भी जनपद में कई पुलिसकर्मियों के बर्थ डे एसएसपी अभिषेक यादव के अभियान के अन्तर्गत मनाये गये। इन पुलिसकर्मियों ने इस अभियान की जमकर प्रशंसा की और इसको पुलिस कर्मियों के बीच अपनेपन की शुरूआत के साथ ही एक पारिवारिक माहौल देने वाला बताया है। वर्तमान में पुलिस कार्यालय के सम्मन सैल में कार्यरत हैड कांस्टेबल रण सिंह का बर्थ डे आज था। मूल रूप से हापुड़ जनपद के सिम्भावली मिल निवासी रण सिंह ने 1991 में उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा को ज्वाइन किया था।


रण सिंह पुलिस विभाग के अपराध मुक्त अभियान में मुख्य भूमिका निभाने वाले सिपाही रहे हैं।


बिजनौर जनपद से अपनी पुलिस सेवा को शुरू करने वाले सिपाही रण सिंह मेरठ में लिसाढी गेट, बिजनौर में नजीबाबाद, चांदपुर और स्यौहारा कोतवाली, सहारनपुर में देवबन्द कोतवाली, अमरोहा में रजबपुर थाना और लखनऊ में चिनहट कोतवाली में तैनात रहे। साल 2014 में रण सिंह का स्थानांतरण मुजफ्फरनगर कर दिया गया। यहां पर वह एसडीएम कोर्ट खतौली में तैनात रहने के बाद वर्तमान में पुलिस कार्यालय में सम्मन सैल में तैनात हैं। रण सिंह पुलिस विभाग के अपराध मुक्त अभियान में मुख्य भूमिका निभाने वाले सिपाही रहे हैं। उन्होंने अपने अफसरेां के साथ अनेक एनकाउंटर में हिस्सेदारी की। लखनऊ में 10 हजार के ईनामी बदमाश जय सिंह उर्फ जगदंबा सिंह निवासी गांव जनौरा जिला फैजाबाद का एनकाउंटर चर्चित रहा। इस एनकांउटर में सिपाही रण सिंह भी पुलिस फोर्स की अहम कड़ी के रूप में शामिल रहे। बदमाश जय सिंह ने उन दिनो 10 दिसम्बर को लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र संघ के महामंत्री विनोद त्रिपाठी और उनके साथी गौरव सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। पुलिस प्रशासन के सामने यह हत्या बड़ी चुनौती बनी थी। उन दिनों सिपाही रण सिंह चिनहट थाने में तैनात थे। तत्कालीन इंस्पेक्टर धुरेन्द्र सिंह जब टीम के साथ एक फरवरी को गश्त पर थे तो जय सिंह से टकराव हो गया। इस टीम में रण सिंह भी साथ रहे। इसमें जय सिंह पुलिस कार्यवाही के दौरान मारा गया।

कप्तान अभिषेक यादव के इस निर्णय ने पुलिस फोर्स में एक पारिवारिक वातावरण पैदा करने का काम किया है

सिपाही रण सिंह मुजफ्फरनगर में एसएसपी अभिषेक यादव शुरू किये गये हैप्पी बर्थ डे अभियान को प्रशंसनीय पहल बताते हुए कहते हैं कि कप्तान साहब के इस निर्णय ने पुलिस फोर्स में एक पारिवारिक वातावरण पैदा करने का काम किया है। कार्य के बोझ और परिवार से दूर रहने के तनाव के कारण पुलिस कर्मी खुशियों से काफी महरूम रहते हैं, लेकिन एसएसपी की इस अच्छी पहल ने फोर्स को मनोबल बढ़ाया है और पुलिस विभाग में एक आपसी सद्भाव पैदा हुआ है। अपनेपन का अहसास हो रहा है। एसएसपी की कार्यप्रणाली सराहनीय है, वह खुद भी पुलिसकर्मियों की खुशियों में शामिल होकर उनको मोटिवेट कर रहे हैं।

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