श्रद्धाभाव से डीपीएम पब्लिक स्कूल में मनाई गई रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि

श्रद्धाभाव से डीपीएम पब्लिक स्कूल में मनाई गई रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि
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बहसूमा। डीपीएम पब्लिक स्कूल में पुण्यतिथि पर रानी लक्ष्मीबाई को याद करते हुए उनके चित्र पर पुष्प चढाकर भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित किये। वक्ताओं ने रानी लक्ष्मीबाई को एक आर्दश और देशभक्त महिला बताते हुए उनके आदर्शो को जीवन में आत्मसात करने का आहवान किया।

रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि पर बहसुमा स्थित डीपीएम पब्लिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय सचिव जगदीश त्यागी ने अमर वीरांगना के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि झांसी की रानी वह भारतीय विरांगना थीं जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए गौरे अंग्रेजों के खिलाफ रणभूमि में हंसते.हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे तथा भारत की स्वतंत्रता के लिए सन 1857 में लड़े गए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास इन्होंने अपने हाथ से लिखा था। हम सब के लिए उनका जीवन आदर्श के रूप में है। वह सर्वोच्च नारी शक्ति की प्रतीक थी। विद्यालय के प्रधानाचार्य जिया जैदी ने बताया कि रानी लक्ष्मी बाई का जन्म कांशी में 19 नवंबर 1835 को हुआ था। 18 जून 1858 को ग्वालियर का अंतिम युद्ध हुआ और रानी लक्ष्मीबाई ने अपनी सेना का कुशल नेतृत्व किया और वह इसमें घायल हो गई। तथा अंत में वीरगति को प्राप्त हो गई।

इस अवसर पर विद्यालय कोऑर्डिनेटर अनुज त्यागी, अमित गुप्ता, मुकुल त्यागीए विशाल, अमित शर्मा, तनवीर, रीता यादव, हरनीत, हिमानी, विनीता आदि अध्यापक मौजूद रहे।

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