मुहर्रम माह की 6 तारीख को शिया सौगवारों ने निकाला मातमी जुलूस

मुहर्रम माह की 6 तारीख को शिया सौगवारों ने निकाला मातमी जुलूस
  • whatsapp
  • Telegram
  • koo
  • Story Tags

जानसठ। मोहर्रम माह का चांद आसमान पर नजर आने के बाद से ही शिया समुदाय के लोग कस्बे में हजरत मौहम्मद साहब के नाती हजरत इमाम हुसैन के गम में मजलिसों व जुलूस का आयोजन करके करबला के शहिदों को खिराजे अकीदत पेश करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज भी शिया सौगवारों ने नगर में अलम व जुलजनाह के साथ मातमी जुलूस निकाला।


मोहर्रम माह की 6 तारीख के मोके पर शिया सौगवारों द्वारा स्थानीय मौहल्ला चौक स्थित इमामबारगाह में आयोजित मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना अखलाक साहब ने फरमाया कि इमाम हुसैन ने इंसानियत को दुनिया में जिन्दा रखने के लिए करबला में अपने कुनबे को कुरबान कर दिया था। मौलाना द्वारा हजरत अली अकबर की शहादत का किस्सा बयान करते ही शिया सौगवारों की आंखों से आंसू टपकने लगे। मजलिस के बाद शिया सौगवारों ने अलम व जुलजनाह बरामद किया। इसके बाद मातमी जुलूस मातम करते हुए व नोहा पढ़ते हुए खुशीराम चैराहा से इमामबारगाह जरिये मुबारक पर जाकर समाप्त हुआ। सोजरवानी मुनव्वर जानसठी ने की। जुलूस के दौरान पर्याप्त पुलिसबल तैनात रहा। इस दौरान नवाब हसन अली खां, शराफत हुसैन, नवाब अली, शाहआलम जैदी, शाह अब्बास जैदी, शमसुल हसन, अनवर रजा, मुनिस रजा, फिरोज जैदी, वसी हैदर व सिमवर जैदी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

epmty
epmty
Top