गुरु महेंद्र की समाधि स्थल पर बोले ADM गजेंद्र - गरीबों की मदद जरूरी

गुरु महेंद्र की समाधि स्थल पर बोले ADM गजेंद्र - गरीबों की मदद जरूरी

मुजफ्फरनगर। सर्व धर्म को मानकर गरीब की मदद का हमेशा बीड़ा उठाने वाले गुरु महेंद्र पाल सिंह की समाधि स्थल गांव बोपाडा में आयोजित कार्यक्रम में उन पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर विभिन्न धर्मो के लोगों ने अपने-अपने विचार भी रखें।


गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर के बोपाडा गांव के मूल रूप से रहने वाले गुरु महेंद्र पाल सिंह का जन्म 30 अक्टूबर 1930 को मुजफ्फरनगर जिले के ग्राम बोपाड़ा में लाला लक्खोमल के यहां हुआ था। बताया जाता है कि बचपन से ही गुरु महेंद्र पाल के अंदर विश्लेषण गुण परिलक्षित होने लगे थे। 3 साल की उम्र में ही वह बीमार लोगों का अपना पांव लगाकर इलाज कर देते थे। उन्हें तब गांव में डॉक्टर के नाम से पुकारा जाने लगा था। गुरु महेंद्र पाल सिंह ने हमने हमेशा सर्व धर्म को मानते हुए गरीबों की मदद की। गुरु महेंद्र पाल सिंह ने अपने जीवन काल में जहां कई आश्चर्यजनक जनक घटनाओं को परिलक्षित किया वहीं उन्होंने हमेशा गरीब लोगों की मदद भी की।


उनके निर्माण दिवस पर उनके पुत्र डॉ अशोक सिंघल ने गांव बोपाड़ा में उनके निर्वाण के बाद समाधि स्थल को बनाया। बताया जाता है कि गुरु महेंद्र पाल सिंह की समाधि पर आसपास के गांव के बहुत लोग प्रत्येक वर्ष उनके निर्वाण दिवस पर जुटते हैं। उनके पुत्र डॉ अशोक सिंघल ने अपने पिता गुरु महेंद्र पाल सिंह के निर्वाण दिवस के मौके पर उनके समाधि स्थल मानवता धाम पर सर्वधर्म पर एक गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें गुरु महेंद्र पाल सिंह पर लिखी पुस्तक का विमोचन भी किया गया।

इस मौके पर बोलते हुए मुजफ्फरनगर जिले के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेंद्र सिंह ने कहा कि जब मानवता की बात हो और महात्मा गांधी जी को याद ना किया जाए तो ऐसा नहीं हो सकता। एडीएम ने कहा कि अगर आप अपने वास्तविक अस्तित्व को जानना चाहते हैं तो आपको दूसरे की सेवा में तल्लीन रहना चाहिए तब आपको पता लग जाएगा चल जाएगा कि आपका अस्तित्व क्या है। एडीएम गजेंद्र सिंह ने कहा कि जब भी हम किसी धर्मस्थल में जाते हैं तो वहां हमारे मन में हमेशा अच्छे विचार आते हैं हमारे अंदर की सकारात्मक ऊर्जा भी बाहर आने लगती है। उन्होंने कहा कि जब मैं इस परिसर में आया तो मेरे अंदर बहुत अच्छी भावना आ रही थी।


उन्होंने कहा कि हमें अपने ऊपर विश्वास रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब किसी का एक्सिडेंट होता है तो गुजरने वाले व्यक्ति का एहसास दूसरा होता है और जब कोई व्यक्ति यह सोचता है कि एक्सीडेंट अगर मेरे साथ हुआ होता तो उसके अंदर दूसरी फीलिंग आती है। इसलिए हमें हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए। एडीएम गजेंद्र सिंह ने कहा कि हम सब लोगों को मिलकर जाति धर्म से ऊपर उठकर काम करना चाहिए और हमेशा गरीबों की मदद के लिए आगे रहना चाहिए, यही असली मानवता है।

कार्यक्रम में बोलते हुए इमरजेंसी के सिपाही सत्यवीर अग्रवाल ने कहा कि गुरु महेंद्र पाल सिंह संत थे और वह चाहते थे कि समाज में परिवर्तन हो। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के लोगों की मदद के लिए लगा दिया।


कार्यक्रम में बोलते हुए खालसा दल के प्रधान सरदार सतनाम सिंह हंसपाल ने कहा कि मैं गुरु महेंद्र पाल सिंह को नमन करता हूं। जब मैं रास्ते से आ रहा था तो मुझे लगातार सकारात्मक ऊर्जा मिल रही थी। जिस तरह गुरुद्वारे में श्रद्धा के साथ हम नमन करते हैं इस तरह मैं गुरुजी की समाधि स्थल पर जाकर उनको श्रद्धापूर्वक नमन करके आया हूं। उन्होंने कहा कि सौभाग्यशाली हैं वह लोग जो गुरु जी के परिवार के साथ और उनके आदर्शों पर चल रहे हैं। हंसपाल सिंह ने कहा कि जब पैदा बच्चा होता है तब उसका कोई धर्म नहीं होता। उसका धर्म उसके परिवार से जाना जाता है। वह जिस घर मे पैदा होता है उसी के आधार पर उसके धर्म की पहचान होती है। उन्होंने कहा कि इस देश में हिंदू मुस्लिम सिख इसाई आपस में रहते हैं यही हमारे देश की अच्छी तस्वीर है।




कार्यक्रम में दिल्ली से आई शिखा त्यागी ने भी अपने बहुत सारे संस्मरण साझा करते हुए कहा कि अशोक सिंघल जी एक बेटे के तौर पर नहीं बल्कि एक भक्त के तौर पर उनका यह कार्यक्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको जाति धर्म से ऊपर उठकर रहना चाहिए। उन्होंने एक संस्मरण साझा करते हुए कहा कि एक तिवारी फैमिली ने एक मुस्लिम परिवार को अपने घर में रखा और दोनों ने हमेशा एक दूसरे के धर्म का ध्यान रखा। जहां मुस्लिम परिवार ने कभी भी उस घर में ना तो मीट बनाया और नहीं खाया और जब वह तिवारी फैमिली का मकान खाली करके जाने लगे तो तिवारी फैमिली ने उनसे पगड़ी, कितने लोगों के बारे में पूछा तब उन्होंने कहा कि नहीं हम पगड़ी नहीं लेंगे, आपने हमें अपने घर में रखा, हमारे लिए ही यह एहसान बहुत है। शिखा त्यागी ने कहा कि बस यही तस्वीर इस मुल्क की होनी चाहिए।




गाजियाबाद से आए डॉ आमोद कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें हमेशा मानवता का उत्कृष्ट भाव देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं ईसा मसीह को फॉलो करता हूं ईसा मसीह ने हमेशा गरीब व्यक्तियों की सेवा की है इसलिए हम सबको गरीबों की मदद के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा।

कार्यक्रम का संचालन तरुण गोयल एडवोकेट ने किया। कार्यक्रम में गोविंद वर्मा, ट्रेनिंग पीसीएस अफसर चित्रा, अंशुल, कांग्रेस नेता बीबी गर्ग, आरटीआई एक्टिविस्ट खालिद, आदि मौजूद रहे





epmty
epmty
Top