राज्यसभा सांसद वरिष्ठ वकील एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी का निधन
राज्यसभा सांसद, वरिष्ठ वकील एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी का निधन ।वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में निधन, लंबे वक्त से उनकी तबीयत खराब चल रही थी।
भारत के सबसे तेज़ तर्रार वकीलों में से एक थे 95 साल की उम्र के इस पड़ाव पर भी उनकी मेमोरी, सेंस ऑफ़ ह्यूमर और एग्रेसिव स्टाइल में ज़रा सी कमी देखने को नहीं मिली ।वकालत का उनके पास 78 साल का तजुर्बा था ।
राम जेठमलानी की पैदाइश 14 सितंबर 1923 को अनडिवाइडेड भारत के सिंध सूबे के शिकारपुर में हुयी थी। राम जेठमलानी का पूरा नाम राम बूलचंद जेठमलानी था। हज़ारों मुक़दमे लड़ने वाल राम जेठमलानी का पहला सबसे मशहूर केस 1959 में आया था, जब वह केएम नानावती बनाम महाराष्ट्र राज्य मामले में वकील थे।
दिग्गज वकील राम जेठमलानी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों का केस लड़ा था। स्टॉक मार्केट घोटाला मामले में उन्होंने हर्षद मेहता और केतन पारेख का भी मुक़दमा लड़ा था।
गृह मंत्री अमित शाह ने दिवंगत राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि दी।
Paid last respects to Shri Ram Jethmalani ji at his residence in New Delhi. pic.twitter.com/Nmn85ZUg4u
— Amit Shah (@AmitShah) September 8, 2019
तेज़ तर्रार सीनियर वकील राम जेठमलानी तब विवादों में घिर गये थे जब उन्होंने संसद पर हमले के कसूरवार अफ़ज़ल गुरू का केस लड़ा था। जेसिका लाल हत्याकांड में प्रेसिडेंट शंकर दयाल शर्मा के पोते मनु शर्मा का केस भी लड़ा था ।
राम जेठमलानी ने भारतीय वकालत का सबसे लंबा सफ़र तय किया। सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के मुताबिक़, जेठमलानी कई बार जजों को यह तक बोल देते थे कि आपकी उम्र से ज़्यादा तो मेरा वकालत का तजुर्बा है लेकिन उनकी इस बात का कोई बुरा नहीं मानता था । वह इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के किसी भी जज के रिटायर होने की ज्यादा से ज्यादा उम्र 65 साल है जबकि राम जेठमलानी को वकालत करने का तकरीबन 77 साल का तजुर्बा था।
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