भाजपा सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ़ देशव्यापी प्रदर्शन

भाजपा सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ़ देशव्यापी प्रदर्शन

नई दिल्ली :आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि 'ये इस देश का दुर्भाग्य है कि कुछ तानाशाह और गुंडे किस्म के लोग इस देश की सत्ता पर काबिज़ हो गए हैं, इनका मकसद है इस देश में अराजकता फैलाना व गुंडागर्दी फैलाना।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर पुलिस के छापेमारी से गुस्साए आप कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ में केंद्र की गंदी विचारधाराओं के विरुद्ध सभी 90 विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया ।

इसी संदर्भ में आज रायपुर लोकसभा के अंतर्गत लोकसभा अध्यक्ष मुन्ना बिसेन के नेतृत्व में अंबेडकर चौक के पास नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। रायपुर शहर के चार विधानसभा पदाधिकारी कार्यकर्ता सहित प्रदेश के पदाधिकारी केंद्र की सरकार को चेतावनी देते हुए युवा आप के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ निर्वाणी ने कहा कि 3 साल से केंद्र सरकार देश के राजधानी में सत्ता रूढ़ सबसे लोकप्रिय सरकार को अफसरशाही के माध्यम से अपदस्थ करने की साजिश कर रही है।ऐसा भय का वातावरण राजस्थान,गुजरात,मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश में बनाया जा रहा है, मानो देश में अब चल रही सरकार एंकाउंटर स्पेशलिस्ट सरकार है। जनता महसूस कर रही है कि अब कुछ भी करा सकते हैं केंद्र सरकार में बैठे लोग अपने इशारे पर किसी के भी साथ।

सौरभ निर्वाणी ने तीखे लहजे में कहा कि मोदी जी एक राज्य सरकार से इतना घबराते हो तो बर्खास्त ही कर दो, हम लोग सड़क से सदन तक पहुचे है,फिर सड़क पर आ जाएंगे पर देश की सिंहासन से उतारकर आप को भी सड़क पर लाने का मादा रखते हैं।भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली बार एक चुनी हुई लोकप्रिय सरकार के साथ केंद्र की कोई सरकार इस प्रकार का द्वेष पूर्ण व्यवहार कर रही है। भाजपा की केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री को बेइज्ज़त करने के लिए उनके आवास पर पहुंची थी । मुख्यमंत्री के आवास पर बिना किसी पूर्व सूचना के भेजी गई दिल्ली पुलिस की टीम।

प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने कहा कि मोदी में राजनीतिक सहिष्णुता नहीं है,उन्हें दिल्ली के राज्य सरकार से प्रतिस्पर्धा ही करना है तो लोक कल्याण के कामों में करें ।आज दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर जाकर दिल्ली पुलिस ने जो किया है, वो कल हम सबके साथ हो सकता है, कल को एक आम इंसान के घर भी पुलिस बिना किसी सूचना के घुस सकती है और उन्हें प्रताड़ित कर सकती है। क्या दिल्ली पुलिस ईमानदारी से काम कर रही है? यह एक बड़ा सवाल है। आज ये गुंडागर्दी दिल्ली में मुख्यमंत्री और सरकार के ख़िलाफ़ हो रही है, लेकिन कल को इन लोगों की ये गुंडागर्दी आपके घर-घर में पहुंचेगी, आपके गली-मोहल्ले में पहुंचेगी तो तब देश की जनता क्या करेगी?लेकिन हम बता देना चाहते हैं कि हम बीजेपी की इस दादागिरी से डरने वाले नहीं है। हम जनता के राशन का सवाल उठाएंगे, जनता की बिजली का मुद्दा उठाएंगे, जनता के हक़ का हर वो सवाल उठाएंगे जहां अफ़सरों के माध्यम से ये बीजेपी के लोग जनता का काम अटकाते हैं।

रायपुर लोकसभा अध्यक्ष मुन्ना बिसेन ने कहा कि मुख्यमंत्री के घर जाकर पुलिस जांच करे, उससे हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन क्या सचिवालय में मंत्री पर हुए हमले में पुलिस ने कोई कार्रवाई की? क्या उन लोगों को दबोचा गया जो वीडियो में दिल्ली सरकार के मंत्री पर हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं? क्या उन लोगों के घर दिल्ली पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी करने पहुंची? नहीं पहुंची। लेकिन मुख्य सचिव के एक बयान के आधार पर हमारे दो विधायकों को गिरफ्तार कर के कोर्ट में उनकी पुलिस रिमांड मांगी जा रही है और मुख्यमंत्री के घर बिना बताए तलाशी लेने दिल्ली पुलिस की टीम पहुंच जाती है। ये दिल्ली पुलिस का दोहरा रवैय्या दिखाता है।

आम आदमी पार्टी की तरफ़ से कोर्ट में पेश होने वाले वकील बी एस जून ने कहा कि 'जैसा कि हम सब जानते हैं कि आज जिस तरह से पुलिस दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर बिना किसी पूर्व जानकारी के घुस गई, वो न्यायोचित कतई नहीं था। मुख्यमंत्री के घर इस तरह से कोई भी जांच टीम बिना सूचना दिए नहीं पहुंच सकती, लेकिन दिल्ली पुलिस ने आवश्यक तरीक़े को पालन नहीं किया। अंदर घुसने के बाद सूचना के रुप में एक चिठ्ठी ओएसडी के नाम दे दी, जबकि इस तरह की कोई पोस्ट मुख्यमंत्री आवास पर होती ही नहीं है। ये रवैय्या दिखाता है कि दिल्ली पुलिस किस कदर बिना ज़रुरी तरीक़े का पालन किए मुख्यमंत्री के घर में घुसी थी।पुलिस ज्यादा से ज्यादा वहां डीवीआर और सीसीटीवी फुटेज मांग सकती थी, या जहां मीटिंग हुई थी उस लोकेशन को देख सकती थी लेकिन बैठक की लोकेशन पर जाकर पुलिस वाहियात सवाल करती हुई नज़र आई जिसमें दीवार के पेंट के बारेफ में एडिश्नल डीसीपी पूछ रहे थे, छत पर जाकर पूरी छत को चेक करने की बात बोल रहे थे, ऐसा लग रहा था मानो पुलिस किसी हत्या के मामले में जांच करने के लिए वहां गई थी।

इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश सचिव उतम जयसवाल युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सौरभ निर्माणी लोकसभा अध्यक्ष मुन्ना बिसेन लोकसभा सचिव मनहरण लाल वर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी जयंत गायधने ,सह प्रभारी संतोष कुशवाहा अन्य पदाधिकारी एकांत अग्रवाल ,गजानंद लहरे , संतोष दुबे , एम एम हैदरी , जितेंद्र शुक्ला , शेख मकसुद , संजय , ओंकार मीडिया प्रभारी अश्वनी शर्मा , साकेत त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मिलित थे |

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