किसानों के लिए क्यों नहीं खोलते खजाना शिवराज : आलोक अग्रवाल

किसानों के लिए क्यों नहीं खोलते खजाना शिवराज : आलोक अग्रवाल

मुआवजे की मांग पर आम आदमी पार्टी ने छतरपुर कलेक्ट्रेट पर शुरू किया धरना

दिल्ली की तरह 50,000 रु प्रति हेक्टेयर मुआवजे की मांग

छतरपुर : आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल ने कहा कि शिवराज सरकार वादे तो खूब करती है लेकिन वे जमीन पर नहीं उतरते. हाल ही में किसानों को प्रति हेक्टेयर महद 30 हजार रुपए का मुआवजा साबित करता है कि सरकार का खजाना किसानों के लिए बंद ही रहता है और शिवराज सिंह किसानों के लिए घोषणा में भी कंजूसी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार से मांग की कि दिल्ली की तरह मध्य प्रदेश में भी 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा दिया जाये.

उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने छतरपुर से किसानों की लड़ाई का आगाज किया है. छतरपुर में प्रदेश संगठन सचिव अमित भटनागर धरने पर बैठे हैं. ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर रैली निकली और वे कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर धरने पर बैठ गए हैं. ओलावृष्टि से प्रभावित एक दर्जन से ज्यादा गांव के सैकड़ों किसान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता स्टेडियम के पास आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव अमित भटनागर के नेतृत्व में एकत्रित हुए. उनका कहना था कि पहले ही सूखे के कारण किसानों की हालत खराब है और ओलावृष्टि ने और किसानों की कमर तोड़ दी है। किसानों का कहना है कि सूखा मुआवजा का पैसा अभी तक किसानों को नहीं मिला था और ओलावृष्टि हो गई। फसल से जो आमदनी की उम्मीद थी उस पर भी पानी फिर गया है। ऊपर से मनमाने बिजली बिल हर काम मे घूसखोरी से उनका जीना दूभर हो गया है।
अमित भटनागर ने किसानों को संबोधित किया और कहा कि आपकी दिन रात की मेहनत जो तबाह हुई है उसके मुआवजे के लिए आम आदमी पार्टी लड़ाई लड़ेगी आम आदमी पार्टी हर एक किसान को उनका हक दिलवाएगी। हम आपके हक की पूरी लड़ाई लड़ेंगे, चाहे हमें धरना देने पड़े या अनशन करना पड़े हम आपको आपके हक का पैसा आपको दिलवाने के लिए आखरी सांस तक लड़ाई जारी रहेगी।
किसान आंदोलन की आशंका में प्रशासन के हाथ पैर फूल रहे है।
किसान टैक्टर लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में आ गए है।
ज्ञापन की मांगें निम्न हैं
ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसल का दिल्ली सरकार की तरह 20,000 रु एकड़ (प्रति हेक्टेयर 50 हजार) मुआवजा किसानों की दिया जाए।
पान किसानों उजड़े हुए बरेजों की लागत का डेढ़ गुना मुआवजा दिया जाए।
बिना मीटर रीडिंग के बिजलीे बिलों पर तत्काल रोक लगाई जाए, खराब मीटरों को सुधरवाया जाय।
किसानों के खेती के बिल माफ किये जायें।
किसानों का कर्ज माफ किया जाए।
जिनके पट्टे नहीं हैं उन किसानों को भी फसल मुआवजा दिया जाये।
अग्रवाल ने कहा कि 15 दिनों के अंदर मांगें नहीं माने जाने पर आम आदमी पार्टी ने पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी.

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